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World cancer day 4 February

World cancer day 4 February

विश्व कैंसर दिवस 4 फरवरी

विश्व कैंसर दिवस

विश्व कैंसर दिवस हर 4 फरवरी को कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी रोकथाम, पहचान और उपचार को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है।

Cancer

Photo credit-News18

Official website-https://hi.m.wikipedia.org

इतिहास

वैश्विक स्वास्थ्य समुदाय को कैंसर के खिलाफ लड़ाई में तेजी लाने के लिए एक सदस्यता संगठन UICC (Union For International Cancer Control) की स्थापना 1933 में की थी और यह जिनेवा में स्थित है।

वर्ल्ड कैंसर डे को मनाने की शुरुआत साल 1999 में वर्ल्ड सम्मिट एगेन्स्ट कैंसर, पेरिस में हुई थी। इस प्रस्ताव के बाद साल 2000 से 4 फरवरी के दिन को वर्ल्ड कैंसर डे के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है।

NOTE – कैंसर शब्द की खोज युन्नानी चिकत्सक हिप्पोक्रेट्स ने की थी।

परिणाम

विश्व कैंसर दिवस को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय कैंसर समुदाय, सरकारों और व्यक्तियों द्वारा मनाया जाता हैI प्रत्येक वर्ष 100 से अधिक देशों में 900 से अधिक गतिविधियाँ होती है।

2019 में 37 शहरों में 55 स्थलों ने ऐतिहासिक प्रकाश पहल में भाग लिया। कम से कम 60 सरकारें आधिकारिक तौर पर विश्व कैंसर दिवस मनाती हैं।

कैंसर दिवस का महत्व

कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका आकलन और नियंत्रण विश्व के लिए महत्वपूर्ण विषय है। इस दिन का महत्व उन व्यक्तियों और परिवारों के लिए है जो कैंसर के संगठन में शामिल हैं या रोगी हैI

कैंसर एक बहुत ही गंभीर बीमारी है, जो मानव शरीर की कोशिकाओं के असंतुलन से उत्पन्न होती है। यह शरीर के अन्य क्षेत्रों में फैल सकती है।

विश्व कैंसर दिवस के माध्यम से लोगों को कैंसर के बारे में जानकारी और जागरूकता प्रदान की जाती है, साथ ही पीड़ित परिवारों के साथ सामाजिक सहायता, और इसके खिलाफ लड़ाई में उन्हें सहायता प्रदान की जाती है।

कैंसर दिवस का उद्देश्य 

1. जागरूकता बढ़ाना

2.परामर्श और सहायता प्रदान करना

3.शोक सम्बंधित विवादों का समाधान

4.समुदायों के बीच सामर्थ्य और सहयोग बढ़ाना

5.विश्व स्तर पर कैंसर नियंत्रण के लिए संयुक्त प्रयास

कैंसर के प्रकार

डॉक्टर्स और शोधकर्ताओं के अनुसार कैंसर के करीब 200 से भी अधिक प्रकारों का पता लगाया हैI कुछ important कैंसर के प्रकार

1.ब्लड कैंसर 

आमतौर पर जो कैंसर सबसे ज्यादा होता है वो है ब्लड कैंसर, इस टाइप के कैंसर में व्यक्ति के शरीर की रक्त कोशिकाओं में कैंसर जन्म ले लेता है और इससे शरीर में खून की भी कमी हो जाती है।

2.फेफड़ों का कैंसर 

इस कैंसर में पीड़ित मरीज को सांस लेने में भी काफी तकलीफ होती हैI इससे बलगम जमना, हड्डियों-जोड़ों में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और भूख ना लगना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

3.स्किन कैंसर 

एक शोध के अनुसार पिछले कुछ समय में स्किन कैंसर के सबसे ज्यादा मामले सुनने को मिले हैं। स्किन कैंसर सबसे ज्यादा गर्मी में रहने के कारण होता हैI इसके अलावा अच्छा भोजन ना करने के कारण भी ये कैंसर पैदा हो सकता है। ये कैंसर हर टाइप के व्यक्ति में देखी गई है।

4.ब्रेन कैंसर 

ब्रेन कैंसर व्यक्ति के सिर में पैदा होता है इसे ब्रेन ट्यूमर भी कहते है।इस कैंसर में पीड़ित व्यक्ति के दिमाग वाले भाग में एक गांठ बन जाती है जो समय के साथ-साथ बढ़ने लगती है औऱ फिर पूरे दिमाग में अपना जगह बना लेती है।

5.स्तन कैंसर

स्तन कैंसर को ब्रैस्ट कैंसर भी कहते हैं ये महिलाओं में ज्यादा देखी गई है। ब्रैस्ट कैंसर पुरूषों में बहुत कम होता हैI इस टाइप के कैंसर में महिलाओं के स्तन में एक गांठ बन जाती है जो समय के साथ साथ बढ़ती और काफी ज्यादा दर्द महसूस होता है।

6.मुंह का कैंसर 

ये कैंसर गुटका, पान मसाले खाने वालों में ज्यादा होता हैI इससे मुंह में घाव पैदा हो जाता है जो बाद में कैंसर का रूप ले लेता है।

7.लिवर कैंसर

खानपान में गड़बड़ी के कारण लिवर में बीमारी होने से लिवर कैंसर हो जाता है, इससे लिवर में कैंसर की कोशिकाएं पैदा होती हैं, जो धीरे धीरे लिवर को खत्म कर देती हैं।

8.बोन कैंसर

ये कैंसर हड्डीयों में पैदा होता हैI कई बार हड्डियों में चोट लगने के कारण या पुराने चोट के कारण भी बोन कैंसर पैदा हो जाता है।

9.पेट का कैंसर

गलत खानपान के कारण पेट के किसी हिस्से में कैंसर की कोशिकाएं बढ़ जाती हैं, जिसपे शरीर का कोई भाग अपना कंट्रोल खो देता है। ये कैंसर काफी जानलेवा होती है।

 

कैंसर के खतरनाक लक्षण

1.वजन कम हो रहा हो

2 शरीर में सूजन या गांठ

3.लगातार कफ बनना

4.तिल या मस्से में बदलाव

5.पेशाब में खून आना

6.दर्द महसूस होना

7.सीने में जलन

8.खाना निगलने में दिक्कत महसूस होना

9.रात में पसीना आना

 

कैंसर के कारण

कैंसर के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:

1.भौतिक कारक, जैसे- पराबैंगनी और आयनकारी विकिरण के संपर्क में आने से कैंसर होने का खतरा रहता है।

2.रासायनिक कारक, जैसे- एस्बेस्टस, तंबाकू के धुएं के घटक, फ्लैटॉक्सिन और आर्सेनिक युक्त जल का उपयोग कैंसर के प्रमुख लक्षणों में से एक है।

3.जैविक कारक, जैसे- वायरस, बैक्टीरिया या परजीवी से संक्रमण भी कैंसर का एक प्रमुख कारण है।

कैंसर से बचाव के उपाय

1.निजीकरण में परिवर्तन।

2.दुर्बलता को नियंत्रण में रखना।

3.सक्रिय बने रहें।

4.नियमित स्वास्थ्य जांच एवं समय- समय पर कैंसर की जांच।

5 अधिसूचना के संकेत एवं रहस्योद्घाटन के बारे में जानें।

6.सुरक्षित यौन व्यवहार को अपनाना।

7 नकली कार्सिनोजन तत्त्वों के जोखिम से मुक्ति।

8 धूम्रपान और शराब का सेवन न करना।

9.फैक्ट्री, तली हुई, संरक्षित और जंक रेलवे स्टेशन से जिम्मेदारी लेना।

कैंसर का इलाज

डॉक्टर कैंसर के प्रकार, स्थान या अवस्था के आधार पर इलाज का विकल्प तय कर सकता है। आमतौर पर, कैंसर के उपचार में मुख्य रूप से सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन, हार्मोन थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और स्टेम सेल ट्रांसप्लांट्स शामिल हैं।

 

WHO का report 

कैंसर दुनिया भर में मौत का एक प्रमुख कारण है.2020 में लगभग 10 मिलियन लोगों की मौत हुई.

2020 में सबसे आम (कैंसर के नए मामलों) थे:-

स्तन (2.26 मिलियन मामले)

फेफड़े (2.21 मिलियन मामले)

बृहदान्त्र और मलाशय (1.93 मिलियन मामले)

प्रोस्टेट (1.41 मिलियन मामले)

त्वचा (गैर-मेलेनोमा) (1.20 मिलियन मामले)

पेट (1.09 मिलियन मामले)।

2020 में कैंसर से होने वाली मौतों के सबसे आम कारण थे:-

फेफड़े (1.80 मिलियन मौतें)

बृहदान्त्र और मलाशय (916,000 मौतें)

जिगर (830,000 मौतें)

पेट (769,000 मौतें)

स्तन (685,000 मौतें)।

प्रत्येक वर्ष, लगभग 400,000 बच्चों में कैंसर विकसित होता है। सबसे आम कैंसर अलग-अलग देशों में अलग-अलग होते हैं। सर्वाइकल कैंसर 23 देशों में सबसे आम है।

रोकथाम

कैंसर के खतरे को निम्न द्वारा कम किया जा सकता है:-

1.तम्बाकू का उपयोग नहीं करना

2.स्वस्थ शरीर का वजन बनाए रखना

3.फल और सब्जियों सहित स्वस्थ आहार खाना

4.नियमित आधार पर शारीरिक गतिविधि करना

5.शराब के सेवन से बचना या कम करना

6 यदि आप उस समूह से संबंधित हैं जिसके लिए टीकाकरण की सिफारिश की जाती है तो एचपीवी और हेपेटाइटिस बी के खिलाफ टीका लगवाना

7.पराबैंगनी विकिरण जोखिम से बचना या सूर्य संरक्षण उपायों का उपयोग करना

8.स्वास्थ्य देखभाल में विकिरण का सुरक्षित और उचित उपयोग सुनिश्चित करना

9.आयनकारी विकिरण के व्यावसायिक जोखिम को कम करना

10.रेडॉन (यूरेनियम के प्राकृतिक क्षय से उत्पन्न एक रेडियोधर्मी गैस, जो इमारतों – घरों, स्कूलों और कार्यस्थलों) में जमा हो सकती है, सहित बाहरी वायु प्रदूषण और इनडोर वायु प्रदूषण के जोखिम को कम करना।

वर्तमान स्थिति

वर्तमान में, दुनिया भर में हर साल 76 लाख लोग कैंसर से दम तोड़ते हैं जिनमें से 40 लाख लोग समय से पहले (30-69 वर्ष आयु वर्ग) मर जाते हैं। इसलिए समय पर इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के साथ कैंसर से निपटने की रणनीति विकसित करना है। वर्ष 2025 तक, कैंसर के कारण समय से पहले होने वाली मौतें बढ़कर प्रति वर्ष 60 लाख होने का अनुमान है। यदि विश्व स्वास्थ्य संगठन के 2025 तक कैंसर के कारण समय से पहले होने वाली मौतों में 25 प्रतिशत कमी के लक्ष्य को हासिल किया जाए तो हर साल 15 लाख जीवन बचाए जा सकते हैं।

2024 की थीम है-“ क्लोज द केयर गैप: एवरीवन डिजर्व्स एक्सेस टू कैंसर केयर”।

Cancer

Credit-wikipedia

महत्वपूर्ण तथ्यों

कैंसर दुनिया भर में मौत का एक प्रमुख कारण है, 2020 में लगभग 10 मिलियन लोगों की मौत हुई, या छह में से लगभग एक मौत हुई।

सबसे आम कैंसर स्तन, फेफड़े, बृहदान्त्र और मलाशय और प्रोस्टेट कैंसर हैं।

कैंसर से होने वाली लगभग एक-तिहाई मौतें तंबाकू के सेवन, उच्च बॉडी मास इंडेक्स, शराब का सेवन, कम फल और सब्जियों का सेवन और शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण होती हैं।

कैंसर पैदा करने वाले संक्रमण, जैसे कि ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी) और हेपेटाइटिस, निम्न और निम्न-मध्यम आय वाले देशों में कैंसर के लगभग 30% मामलों के लिए जिम्मेदार हैं।

यदि जल्दी पता चल जाए और प्रभावी ढंग से इलाज किया जाए तो कई कैंसर ठीक हो सकते हैं।

भारत सरकार के डेटा के अनुसार

भारत सरकार के डेटा के अनुसार 2018-2020 के बीच 40 लाख नये लोगों में कैंसर के मामले पाये गये थे. वहीं इस दौरान 22.54 लाख लोगों की मौत हो गई. वैश्निक स्तर पर कैंसर के खतरे, इससे बचाव, जांच व अन्य पक्षों के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है.

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