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Vande Bharat Express बिहार को मिली तीन वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात

Vande Bharat Express:-बिहार को मिली तीन वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात

वंदे भारत एक्सप्रेस

वंदे भारत एक्सप्रेस भारतीय रेलवे द्वारा यात्रियों को कम समय में सुपरफास्ट सेवा प्रदान करने की व्यवस्‌था है। 800 किमी से कम दूरी वाले शहरों को जोड़ने के लिए नये तरह की सेवा एवं सुपरफास्ट स्पीड के साथ मात्र दस घंटे के अंदर गंतव्य स्थानों तक पहुँचाने के लिए रेलवे ने नयी प्रकार की ट्रेन का संचालन किया।पहली बार इस प्रकार की रेल सेवा की शुरुभात 15 फरवरी 2019 में की गई। इस प्रकार के कोच में सुविधाएँ प्रदान की गई है। जैसे – स्वचालित दरवाजे,धूमपान, अलार्म, सीसीटीवी कैमरे, गंध नियंत्रण प्रणाली, बायो वैक्यूम शौचालय,पानी के नल, सरकने वाले लपेटने- योग्य पर्दे

आदि इस तरफ के ट्रेन की अधिकतम गति 160 किमी / घंटा एवं औसत गति 83 किमी / घंटा है। ट्रेन आठ या सोलह डिब्बों वाली स्वचालित इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट है। 16 डिब्बों वाली ट्रेन की लंबाई लगभग 384 मीटर एवं 8 डिब्बों वाली ट्रेन की लंबाई लगभग 192 मीटर है। इस तरह की ट्रेन का निर्माण  चेन्नई में “इंटीग्रल कोच फैक्ट्री” द्वारा किया गया था।

Vande Bharat Express

Credit-wikipedia

वंदे भारत छोटी गाड़ी

वंदे भारत एक्सप्रेस 8 या 16 डिब्बों वाला रेलट्रेन है। इसका निर्माण चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री द्वारा किया गया था। दूसरी पीढ़ी की सोलह कार ट्रेनसेट का वजन 392 टन है। इसका निर्माण लागत लगभग 115 करोड़ रुपये हैं। कोच की body स्टेनलेस स्टील से बनी है। ट्रायल के दौरान 52 सेकण्ड में 183 किमी / घंटा की गति को देखा गया था।

सुविधाएँ

सीट की दो श्रेणिया है। पहला “एसी एक्जीक्यूटिव क्लास प्रीमियम” और “दूसरी एसी चेयर क्लास” है। एक्जीक्यूटिव क्लास कोच में 52 यात्री बैठते हैं। चेयर कार कोच में 78 यात्री प्रत्येक कोच में बैठ सकते हैं। सभी कोन्च में इलेक्ट्रिक आउटलेट, रीडिंग लाइट, सीसीटीवी कैमरा,स्वचालित दरवाजे, बायो-वैक्यूम शौचालय, संसर आधारित पानी के नल और यात्री सूचना प्रणाली, ऑनबोर्ड खानपान की सुविधा है।

Vande Bharat Express

First type

Vande Bharat Express

Second type

स्वदेशी ट्रेन का निर्माण (2016-19)

सेमी-हाई स्पीड ट्रेनों को शुरू करने के विदेशी प्रस्तावों के असफल होने के बाद “मेक इन इंडिया” अभियान के तहत ईएमयू सेमी – हाई-स्पीड ट्रेनसेट विकास की पहल की शुरुआते हो गयी। इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में कुछ नये डिजाइन का ट्रेन कोच का निर्माण किया गया। शुरुआती दौरान में इस ट्रेन का नाम “देन 18” से शुरू किया गया। बाद में इस ट्रेन का नाम “वंदे भारत” रखा गया।

पहली वंदे भारत

15 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नई दिल्ली और वाराणसी के बीच पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हरी झंडी दिखाई गई। इस ट्रेन ने औसत गति 95 km/h से 8 घंटे में 759 किमी की दूरी तय की और यात्रा समय को 15% कम कर दिया

दूसरी वंदे भारत

अक्टूबर 2019 में नई दिल्ली और कटरा के बीच दूसरी सेवा शुरू की कुछ समय के लिए इस तरह के ट्रेन का निर्माण बंद कर दिया गया परन्तु पुन: निर्माण शुरू किया गया।

रेलवे का लक्ष्‌य

2047 तक रेलवे का लक्ष्य है कि लगभग वंदे भारत जैसे ट्रेनों की संख्या 4500 हो।

नवगछिया में 2 मिनट का विराम वंदे भारत 

न्यू जलपाईगुड़ी आना-जाना हुआ आसान क्योंकि घोषणा के अनुसार लगभग 2 मिनट वंदे भारत एक्सप्रेस का विराम नवगछिया में प्रदान किया गया है। PM नरेन्द्र मोदी ने आज से वर्चुअल हरी झंडी दिखाकर न्यूजलपाईगुड़ी से वंदे भारत ऐक्सप्रेस को शुरू  किया वंदे भारत नवगछिया पहुँचते ही लोगों ने फूलों के साथ ट्रेन का भव्य स्वागत किया।

Vande Bharat Express

14 मार्च न्यू जलपाईगुड़ी के लिए वंदे भारत

रेलवे की ओर से खुलासा कर दिया गया, है कि न्यू जलपाईगुड़ी के लिए 14 मार्च से नियमित वंदे भारत ट्रेन का परिचालन किया जायेगा। जबकि 18 मार्च से लखनऊ के लिए नियमित रूप से चलेगी।

Vande Bharat Express

 

Union Minister & Arrah MP RK singh says

Vande Bharat Express

Credit-ANI

Official-https://vandebharatexpress.co.in/

Instagram-https://x.com/search?q=vande%20bharat%20bihar&t=UJjB5VWDIfuBqUUqYA-How&s=09

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